Sunday, January 27, 2019

एम्स दिल्ली में डॉक्टरों से मांगी गई धर्म और जाति की जानकारीः प्रेस रिव्यू

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स में कार्यरत वरिष्ठ डॉक्टरों से धर्म और जाति का विवरण मांगा गया है. एम्स के निदेशक ने इसे अनुचित और चौंकाने वाला क़दम माना है.

दरअसल एम्स ने डॉक्टरों से उनका पूरा विवरण मांगा है जिसमें धर्म और जाति की जानकारी भी मांग ली गई है. एक पन्ने के इस फॉर्म को सभी डॉक्टरों का डाटाबेस तैयार करने के उद्देश्य से बीते सप्ताह वितरित किया गया था.

एम्स के निदेशक डॉ. रनदीप गुलेरिया ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा है कि उन्हें इस फॉर्म के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने ये भी कहा है कि एम्स में कभी भी डॉक्टरों से उनके धर्म और जाति के बारे में नहीं पूछा गया है.

टाइम्स ऑफ़ इंडिया में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र सरकार जल्द ही किसानों को राहत दे सकती है. केंद्र सरकार की कैबिनेट जल्द ही किसानों को राहत देने के लिए रिलीफ़ पैकेज की घोषणा कर सकती है. माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनावों से पहले किसानों के असंतोष को शांत करने के लिए ये क़दम उठाया जा रहा है. कृषि मंत्रालय ने किसानों को दीर्घकालिक और अल्पकालिक राहत देने के उद्देश्य से कई सुझाव दिए हैं.

भारत छोड़कर गए उद्योगपति मेहुल चोकसी ने कहा है कि उन्हें एंटीगा की अदालत में पूरा भरोसा है. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक चोकसी ने कहा है कि उनके प्रत्यर्पण से जुड़ी याचिका पर अभी एंटीगा की अदालत में सुनवाई चल रही है और उन्हें अदालत पर भूरा भरोसा है. उन्होंने कहा, "बेशक भारत मेरा जन्मस्थान है लेकिन अभी मैं स्वस्थ नहीं हूं और यात्रा करने की हालत में नहीं हूं. एक बार जब मैं स्वस्थ हो जाउंगा और यात्रा करने लायक हो जाउंगा तो अपना नाम ज़रूर साफ़ करूंगा." मेहुल चौकसी और उनके रिश्तेदार नीरव मोदी पर भारत की बैंकों से क़र्ज़ लेकर न लौटाने के आरोप हैं. फिलहाल उन्होंने भारतीय पासपोर्ट लौटाया दिया है और एंटीगुआ की नागरिकता ले ली है. भारत सरकार उन्हें वापस लाने के प्रयास कर रही है.

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली हाई कोर्ट के हाई प्रोफ़ाइल जज जस्टिस एस मुरलीधर को ट्रांस्फर करने का प्रयास कोलेजियम में किया गया था जिसे सुप्रीम कोर्ट ने रोक दिया. अख़बार ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि ये प्रयास दोबारा किया जा सकता है. अख़बार के मुताबिक कोलेजियम में दिसंबर और जनवरी में दो बार जस्टिस मुरलीधर के ट्रांसफर पर चर्चा की गई है. जस्टिस मुरलीधर सांप्रदायिक हिंसा और व्यक्तिगत आज़ादी से जुड़े मामलों में दिए गए अपने फ़ैसलों के लिए जाने जाते हैं. साल 2018 में उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट में कई अहम फ़ैसले दिए जिन पर देश भर में चर्चा हुई.

Thursday, January 17, 2019

如管制期结束 马英九、吴敦义均有意“访大陆”

对“520”可以访陆后将在两岸扮演什么角色?马英九表示,他已经卸任了,不在其位不谋其政,但即使如此,关键时刻他不能不讲话。

  日前吴敦义也表示,一旦“管制期”满,自己也有意愿访大陆。国民党组发会主委李哲华16日受访表示,每年都有“国共论坛”,2018年党主席吴敦义也提出申请,但是蔡英文当局不放行。

  依照台湾地区相关法律规定,卸任台湾地区正、副领导人满3年后,才算“管制期”满。如期间离台访问,要经过时任台湾地区领导人同意。

  对于马英九有意访大陆,国台办发言人马晓光1月16日表示,马英九先生在担任台湾地区领导人期间,坚持“九二共识”、反对“台独”,推动两岸关系和平发展,取得了积极成果。我们愿意同台湾岛内坚持“九二共识”、反对“台独”、赞成两岸关系和平发展的政党、团体和人士加强交往,就两岸关系和民族未来广泛交换意见。

美国国务卿蓬佩奥2018年12月4日表示,如果俄罗斯不恢复遵守《中导条约》,美国将在60天后暂停履行条约义务。美国认为,俄罗斯9М729 (SSC-8)巡航导弹的射程违反《中导条约》。负责军备控制和国际安全事务的美国副国务卿汤普森12月6日表示,华盛顿呼吁俄罗斯销毁该型号导弹,或者对其进行改造,以避免其射程违反条约。

  俄罗斯副外长谢尔盖·里亚布科夫在日内瓦《中导条约》问题会晤结束后对媒体称,只有在美国针对俄方关切做出对等回应的情况下莫斯科才会提高9М729导弹问题透明度。里亚布科夫指出,美方没准备就其他问题进行具体对话,在会晤中仅试图讨论9М729导弹问题。

  俄罗斯安全会议秘书帕特鲁舍夫表示,《中导条约》规定的射程起点是500公里,美国指责俄方研发的9М729导弹违反了这一条约,但该导弹的射程不超过476公里。

  美国总统特朗普早前表示美国打算退出《中导条约》,指责俄罗斯违反该条约,并称美国需要发展该条约所限制的武器。俄罗斯总统新闻秘书佩斯科夫回应称,莫斯科希望美国就此给出更详细的解释,并指出,《中导条约》破裂将迫使俄罗斯为保障自身安全采取措施。

  《中导条约》全称《美苏消除两国中程导弹和中短程导弹条约》,1987年12月8日由美国总统里根和苏联领导人戈尔巴乔夫在华盛顿签署。条约禁止双方试验、生产和部署射程500至5500公里的陆基巡航导弹和弹道导弹,但对海基和空基的巡航导弹和弹道导弹并没有做出限制。俄美两国近年来多次相互指责对方违反条约。

Wednesday, January 9, 2019

चांसलर एंजेला मार्केल समेत कई राजनेताओं का डेटा लीक करने वाला हैकर गिरफ्तार

जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल और राष्ट्रपति फ्रैंक-वॉल्टर स्टीनमायर समेत कई राजनेताओं, पत्रकारों, सेलेब्रिटी का निजी डेटा ट्विटर पर लीक करने वाले हैकर को गिरफ्तार कर लिया गया है। जर्मनी पुलिस के मुताबिक, हैकर जर्मनी का ही रहने वाला है और उसकी उम्र सिर्फ 20 साल है। पुलिस ने बताया कि, आरोपी ने पूछताछ में अपना गुनाह कबूल किया है, साथ ही ये भी बताया कि इस डेटा लीक में वो अकेला था और ऐसा करने के लिए उसे किसी ने मजबूर नहीं किया।

नेताओं के बयान से था नाराज, इसलिए किया ऐसा

टेलीग्राफ ने पुलिस के बयान के हवाले से बताया है कि, आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वो नेताओं और सेलेब्रिटी के बयानों से नाराज था और इसी वजह से उसने इन सभी लोगों का डेटा हैक कर उसे ट्विटर पर लीक कर दिया।

पुलिस ने बताया कि, गिरफ्तार हैकर ने कम्प्यूटर इंजीनियरिंग में कोई प्रोफेशनल कोर्स नहीं किया है, लेकिन फिर भी वो आईटी में स्किल्ड है। पुलिस के मुताबिक, डेटा लीक में गिरफ्तार किया गया युवक जर्मनी का ही है और वो अपने माता-पिता के साथ रहता है।

इसमें थर्ड पार्टी का हाथ नहीं: पुलिस

शुरुआती जांच में इस डेटा लीक के मामले में रूस के शामिल होने की आशंका जताई जा रही थी, क्योंकि इससे पहले भी रूस पर जर्मनी में साइबर अटैक करने का आरोप लगा है। 
रूस के अलावा जर्मनी की दक्षिणपंथी पार्टी अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (एएफडी) पर भी इसका संदेह था, क्योंकि इस अटैक में दक्षिणपंथी पार्टी के किसी भी नेता को टारगेट नहीं किया गया था।
हालांकि, पुलिस ने अपने बयान में कहा कि शुरुआती पूछताछ में इस मामले में किसी भी थर्ड पार्टी के शामिल होने की बात सामने नहीं आई है। 

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, जर्मन सांसदों, पत्रकारों और सेलिब्रिटी का डेटा 1 दिसंबर से रोजाना ट्विटर अकाउंट @_Orbit पर लीक किया जा रहा था, लेकिन इस बारे में 3 जनवरी को पता चल सका। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर की शुरुआत में टीवी एंकर और फिर रैपर्स का डेटा लीक किया गया, लेकिन 20 दिसंबर के बाद से राजनेताओं का डेटा लीक होना शुरू हुआ।

द गार्जियन ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि इस डेटा लीक में क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स (सीडीयू) और क्रिश्चियन सोशल यूनियन (सीएसयू) के 405, सोशल डेमोक्रेट्स पार्टी (एसपीडी) के 294, ग्रीन पार्टी के 105, लेफ्ट पार्टी के 82 और फ्री डेमोक्रेटिक पार्टी (एफडीपी) के 28 सांसदों की निजी जानकारी को ऑनलाइन लीक किया गया था।
जर्मनी मीडिया का कहना था कि, चांसलर एंजेला मार्केल के कुछ जरूरी दस्तावेज, उनका ईमेल एड्रेस और फैक्स नंबर तक ऑनलाइन लीक हुआ है, लेकिन सरकार ने इस बात से इनकार करते हुए कहा कि कोई संवेदनशील जानकारी लीक नहीं हुई है।